Dangerous Hill Station: मानसून में देश के इन हिल स्टेशन पर गलती से भी ना बनाएं घूमने का प्लान, बारिश बन सकती है मुसीबत

Dangerous Hill Station During Monsoon: मानसून में जहाँ प्राक्रतिक सुन्दरता अपने चरम पर रहती है, वहीं इस समय कई हिल स्टेशनों पर घूमने का प्लान करना पर्यटकों के लिए मुसीबतों से भरा हुआ हो सकता है. आइये जानते हैं कुछ ऐसी जगहों के बारे में जहाँ मानसून के समय घूमने का प्लान करने से बचना चाहिए.

Dangerous Hill Station During Monsoon: जून-जुलाई के महीनों से बारिश का मौसम शुरू हो जाता है, जुलाई में मानसून पीक पर रहता है. ऐसे में प्रकृति की सुन्दरता और निखर जाती है. हालाँकि, प्राकृतिक सुन्दरता के साथ-साथ मानसून कई प्रकार के खतरे भी लेकर आता है. नदियाँ और झरने उफान पर रहते हैं, तो कहीं जगहों पर बाढ़ और भूस्खलन जैसी स्थितियां पैदा हो जाती हैं.

मानसून के समय प्रकृति की सुन्दरता को निहारने के लिए लोग घूमने का प्लान बनाते हैं, लेकिन इस समय देश के पर्वतीय इलाकों में हिल स्टेशनों की यात्रा करना खतरनाक हो सकता है. इन जगहों पर भूस्खलन होना एक आम बात है, बड़े-बड़े पहाड़ टूटकर सड़क पर आ जाते हैं. ऐसे में सावधानी बनाए रखना आवश्यक है. यही कारण है की लोग जून के बाद इन जगहों पर जाना बिल्कुल कम कर देते हैं. आइये जानते हैं ऐसी कुछ खतरनाक जगहों (Dangerous Hill Station) के बारे में जहाँ आपको मानसून के समय घूमना अवॉयड करना चाहिए.

केदारनाथ, उत्तराखंड- Kedarnath Hill Station, Uttarakhand

केदारनाथ, उत्तराखंड के चार प्रसिद्ध धामों में से एक हैं और प्रतिवर्ष यहां 6 महीनों के लिए मंदिर के कपाट खोले जाते हैं. इस दौरान लोग केदारनाथ धाम में आस्था रखने वाले श्रद्धालु लाखों की संख्या में यहाँ पहुँचते हैं. केदारनाथ मंदिर करीब 11755 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और यहाँ साल के अधिकांश महीनों में बर्फ पड़ी रहती है. गर्मियों के सीजन में मंदिर के कपाट सभी श्रद्धालुओं के लिए खोले जाते हैं, लेकिन उत्तराखंड में मानसून के दस्तक देते ही लोग यहाँ की यात्रा करना बिल्कुल कम कर देते हैं.

जुलाई-अगस्त के महीनों में यात्रा ना के बराबर चलती है. साल 2013 में आई भीषण आपदा के बाद से लोगों ने मानसून के समय केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra 2024) करना बहुत कम कर दिया है. यदि आप भी इस दौरान केदारनाथ की यात्रा करने का प्लान कर रहे हैं तो आपको अपनी केदारनाथ यात्रा कुछ समय के लिए रोक देनी चाहिए. मानसून खत्म होने के बाद सितंबर-अक्टूबर में केदारनाथ यात्रा करने का सबसे बेस्ट समय रहता है. इस दौरान यहाँ ना तो यात्रियों की अधिक भीड़ रहती है और ना ही कोई प्राकृतिक आपदाएं देखने को मिलती है.

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दार्जीलिंग, पश्चिम बंगाल- Darjeeling Hill Station, West Bengal

दार्जिलिंग एक बेहद ही खूबसूरत ट्रैवल डेस्टिनेशन है जहां दुनिया भर से टूरिस्ट घूमने के लिए आते हैं. ऐतिहासिक रूप से भी इसका बहुत महत्व है, मानसून के समय में यहां के नजारे बेहद ही खूबसूरत हो जाते हैं, दार्जिलिंग में चाय के बागान मानसून में और भी सुन्दर नजर आते हैं. इन नजारों को देखकर कोई भी प्रकृति प्रेमी मंत्रमुग्ध हो सकता है. हालाँकि, सुन्दर नजारों के साथ ही मानसून के दौरान यहाँ भूस्खलन जैसी कई भयावह प्राकृतिक आपदाएँ भी देखने को मिलती हैं. यही कारण है की मानसून के समय दार्जीलिंग जाने वाली टूरिस्टों की संख्या में बहुत कमी आ जाती है.

शिमला, हिमाचल प्रदेश- Shimla Hill Station, Himachal Pradesh

जब हिल स्टेशनों (Hill Stations in India) पर घूमने की बात आती है तो शिमला सबसे बेहतरीन हिल स्टेशनों में से एक है, यहां साल भर देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने आते हैं. सर्दियों का मौसम हो या गर्मियों की छुट्टियां, शिमला हर समय पर्यटक की भीड़ से खचाखच भरा होता है. लेकिन जब बात मानसून की आती है तो शिमला का पर्यटन बिल्कुल फीका पड़ जाता है. मानसून में शिमला घूमने का प्लान खतरे से खाली नहीं हो सकता है.

अधिक बारिश होने की वजह से यहाँ पहाड़ टूटकर सडकों पर आ जाते हैं, ऐसे में हमें कुछ सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है. आप कुछ समय रूककर सितम्बर या अक्टूबर में शिमला घूमने का प्लान कर सकते हैं, इस समय भी यहाँ के नजारे बेहद सुन्दर होते हैं.

कुल्लू मनाली, हिमाचल प्रदेश- Kullu Manali Hill Station, Himachal Pradesh

हिमाचल में बहुत सारे खूबसूरत हिल स्टेशनों की भरमार है, जिनमें से एक है कुल्लू-मनाली. ये हिल स्टेशन पर्यटकों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है. यहाँ सालभर हजारों-लाखों की संख्या में टूरिस्ट घूमने आते हैं और प्रक्रति के सुन्दर नजारों का लुफ्त उठाते हैं. लेकिन मानसून के दो महीने (जून-जुलाई) यहाँ घूमने का प्लान ना बनाएं. यहाँ बाढ़ और बदल फटने जैसी घटनाएं आम बात हैं. ऐसे में कई दुर्घटनाएं होने की संभावनाएं रहती हैं.

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